टॉप30 शायरी OF AUGUST 2020

 

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी नयी post में आज हम आपको टॉप30 शायरी OF AUGUST 2020




बताएँगे जो आपके दिल ओ दिमाग को  तरोताज़ा कर देगी ।
Friendship, दोस्ती , motiavtional, sad, love में से august 2020 की बेहतरीन शायरी आपके सामने पेश है --

◆तू आग है तू शोला है
एक बार बढ़ तो दुनिया जला देगा
अपनी आंखें तो खोल
दुनिया का इतिहास हिला देगा
                   

◆कोई चुपके से आता है
मेरी Dp देखता है,
.
.
और चला जाता है...
.
.
ये रिश्ता क्या कहलाता है..??

◆प्रेम से रहो दोस्तो जरा सी बात पर रुठा नही करते...

पत्ते वही सुन्दर दिखते हैं जो शाख से टूटा नहीं करते....!!
            
         

◆हम पढ़ने लिखने में
ज़रा अच्छे क्या निकले,
ज़िन्दगी तो हर कदम पर
इम्तिहान लेने लगी

     

अपनी तरफ भी एक नज़र देख लो मेरी जान,
अगर तुम अच्छे हो तो ठीक है !!
हम ही बुरे थे.....

◆_एक तकिया चाहिए_
_सर रख के रोने के लिए_
_एक रुमाल चाहिए आंसू पोछने के लिए_
_एक नई जिंदगी चाहिए_
_सब ठीक करने के लिए_
_एक मौत चाहिए नई जिंदगी जीने के लिए_

◆जिस तरह खुशी के आंशू होते है
ठीक वैसे ही गम की मुस्कान होती है।।😊



◆मंजिलों से गुमराह कर देते हैं लोग,
इसलिए हर किसी से रास्ता नहीं पूछा जाता !
                                    

 

◆काटा है आस्तीन के साँपो ने इस क़दर !

में सामने पड़ी हुई रस्सी से डर गया!😔

        

◆काश बनाने वाले ने दिल कांच के बनाये होते,
तोड़ने वाले के हाथ में ज़ख्म तो आये होते…!!

    

◆क्या अजीब खेल है इस मोहब्बत का भी,
किसी को हम न मिले और कोई हमें न मिला।

दुआओं का कोई रंग नहीं होता,

लेकिन जब ये रंग लाती हैं
तो ज़िंदगी रंगों से भर जाती है..!!

   

◆अगरबत्ती की तरह तुम्हें खुशबू ही देंगे,

तुम शौक से चाहे जितना भी जला लो हमें।



◆गम की परछाईयाँ यार की रुसवाईयाँ,

वाह रे मुहोब्बत ! तेरे ही दर्द 💔

और तेरी ही दवाईयां💔

 

◆इंसान का व्यक्तित्व तब ही उभर के आता है

जब वो अपनो से ठोकर खाता है।

◆इंसान हँसता तो सबके सामने है
लेकिन रोता सिर्फ उसी के सामने है जिससे वो
खुद से ज्यादा भरोशा और प्यार करता है

◆यूं उम्र कटी दो अल्फाज़ मे,
एक आस मे एक काश मे।

  

गलत सुना था कि इश्क आँखों से होता है..
दिल तो वो भी ले जाते है जो पलकें नही उठाते !!

     

◆वो मेहंदी लगे हाथ दिखा के रोई।
मैं किसी और की हूँ वो ये बता के रोई।।

मैं बोला कौन है वो खुशनसीब।
वो मेहंदी से लिखा हुआ नाम दिखा के रोई।।

कहीं ग़म से फट ना जाये जिगर मेरा।
वो हँसते हँसते मुझे हँसा के रोई।।

दिल ना टूटे उसका ग़म-ए-इजहार में।
मैं भी रोया वो भी आँख से आँख मिला के रोई।।

उसने जाना जब मेरे रोने का सबब।
अपने आँसू मेरी हथेली पे सजा के रोई।।

जब भी देखा उसे हँसते हुए देखा।
वक़्त-ए-हिना हर खुशी को वो भूला के रोई।।

दिल ने चाहा उसे जी भर के देख लूँ।
वो मेरी आँखों की प्यास को बुझा के रोई।।

कभी कहती थी कि मैं नहीं जी पाऊँगी तुम बिन।
और आज फिर वो ये बात बार बार दोहरा के रोई।।

       

◆इश्क बहुत खूबसूरत है ,,
      अगर
निभाने वाला सच्चा हो।।

 

◆बाबूजी को समर्पित,,,,

साथ तेरा अगर नहीं मिलता,
गांव में आज घर नही मिलता।।

सोच तुमने लिया तभी वरना,
छांव देता शजर नही मिलता ।।

शहर में सुख तलाश कर देखा,
सुख सुना है इधर नही मिलता ।।

शहर से बस यही शिकायत है
कोई दिल से बशर नहीं मिलता।।

खून बहता गया पसीना बन,
यूँ खुशी का नगर नही मिलता ।।

गाँव छोड़ा था बस इसी खातिर
काम सबको उधर नही मिलता ।।



■ये रात हमसे बहुत प्यार करती है,
सबको सुलाकर हमसे अकेले में बात करती है !!

■*सामान बाँध लिया है मैंने भी अब बताओ दोस्त,*
*वो लोग कहाँ रहते है जो कहीं के नहीं रहते।*

◆दिल परेशान रहता है उनके लिये,
हम कुछ भी नहीं है जिनके लिये !!

■ये सोचकर न रोका उस  मुसाफिर  को हमने,
दूर जाता ही क्यूँ वो अगर हमारा  होता !!

वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी…
मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी…
उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना…
वो नादान है यारो… अपना हाथ जला लेगी.

■*कौन कहता है के दूरियो से मिट जाती है मोहब्बत...*

*मिलने वाले से तो ख्यालों मे भी मिल आया करते हैं...*

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