जिन्हें महज सयोंग ने बना दिया टेस्ट क्रिकेटर
टेस्ट खिलाडी बन्ने की
इच्छा हर क्रिकेटर के दिल में ठीक उसी तरह जोर मारती है जिस प्रकार एक राजनेता का
मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनना | आज हम आपको कुछ ऐसे उदहारण देंगे जिन
खिलाडियों का शायद उनकी प्रतिभा के दम पर कभी टेस्ट क्रिक्केट नहीं खेल पाते लेकिन
स्योंग्वश उन्हें टेस्ट खेलने का मौका मिला|
ब्रैंडन बेस-
ब्रैंडन बेस 2010 में brijtown स्थित प्रसिक्षण कैंप में थे तथा उसी समय westindies और इंग्लैंड के मध्य टेस्ट श्रृंखला चल रही थी मैच से कुछ समय पहले ही westindies टीम तेज गेंदबाज नेलोन पास्कल चोटिल हो गए तथा उस समय रिजर्व प्लेयर में कोई भी तेज गेंदबाज मौजूद नहीं था और मजबूरी में ही सही लकिन ब्रैंडन को टेस्ट पर्दापण का मौका मिल गया |
माइकल बियर
कई बार अपने पर्दशन से
जयादा किसी महारथी की शिफारिश भी काम कर जाती है 1january 2011 को इंग्लैंड के
विरुद्ध एशेज श्रृंखला के सिडनी टेस्ट में माइकल बियर को केवल इसलिए मौका मिला क्योंकि
उनकी चयनकर्ताओ से सिफारिश महान लेग स्पिनर शेन वार्न ने की थी | बियर को अपने कैरिअर
का पहला टेस्ट खेलने से पहले केवल 5 प्रथम श्रेणी
मैच का ही अनुभव था |हालंकि वो अपनी जगह के साथ न्याय नहीं कर सके और और जल्द ही
ऑस्ट्रलिया टीम से बहार हो गये|
ट्रेवर मिले
Newzeland के ट्रेवर मिले को प्रथम श्रेणी के लिए विभिन्न टीमो के
लिए ट्रायल देने के बावजूद भी उन्हें किसी प्रथम श्रेणी टीम द्वारा नहीं चुना गया
लेकिन उनकी किस्मत तब बदली जबजब १९५८ में इंग्लैंड दौरे से पहले कुछ खिलाडियों की
एक साथ चोटिल होने के कारन ट्रेवर को मौका
मिला जहा उन्होंने 2 टेस्ट खेले लेकिन उसके बाद उन्हें कभी मौका नहीं मिला |
खराब तक़दीर के कारन कुछ
प्रथिभाशाली क्रिकेटर जहा टेस्ट खेलने से वंचित रह जाते है वाही कुछ मुक्कदर के
सिकंदर ऐसे होते है जिन्हें बिना कुछ खास
प्रतिभा के टेस्ट खेल लेते है |||
धन्यवाद
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